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GST on ट्रस्ट “AtoZ”-पार्ट-6

GST on ट्रस्ट “AtoZ”-पार्ट-6

डिफरेंट केस स्टडी

इस पार्ट में केस स्टडीज हैं:- स्कूल, मंदिर,गौशाला, रिलिजियस सेरेमनी, क्लब, थिएटर ग्रुप, सीएसआर, स्पॉन्सरशिप। समस्त घटनाएँ व नाम काल्पनिक हैं, अगर वे किसी से मेल खाती हैं तो यह महज एक संयोग है।

केस 1

एक हायर सेकंडरी स्कूल के इनकम एंड एक्सपेंडिचर एकाउंट में इनकम साइड में निम्नलिखित हेड हैं:-

1. स्कूल फीस : 85 लाख : फ्री, 66

1A. एंट्रेंस एग्जाम फीस: 4 हजार: फ्री, 66

2. पार्किंग कॉन्ट्रैक्ट ठेकेदार से 50 हजार: टैक्सेबल। अगर स्टूडेंट्स/ स्टाफ से संस्था खुद कलेक्ट करती है तो जीएसटी फ्री।

3 . बैंक एफ डी से ब्याज 25 हजार: जीएसटी फ्री एंट्री 27

4. अन्य एजेंसियों से प्राप्त एग्जाम फीस 5 हजार: सामान्यतया टैक्सेबल, लेकिन एग्जाम जिस संस्था के लिए कंडक्ट किया जा रहा है उस संस्था को एंट्री नम्बर 66 में as a रेसिपीएन्ट, जीएसटी फ्री है, तो जीएसटी नहीं लगेगा। मेरे विचार से कॉम्पिटिशन एग्जाम के चार्जेज टैक्सेबल हैं।

5. सेविंग्स बैंक से ब्याज 7 सौ रुपए, जीएसटी फ्री एंट्री 27

6. डोनेशन 51 हजार : No Supply at all, 7(1)(a)

7. पुराने फर्नीचर की बिक्री :10 हजार, टैक्सेबल

8. लाइब्रेरी में बुक्स का डोनेशन( इन काइंड) 10 हजार:No Supply at all, 7(1)(a)

9. होस्टल फीस 6 लाख :फ्री, 66

10. स्टाफ से फ़ूड रिकवरी 50 हजार: फ्री,66

11. बच्चों व स्टाफ से बस किराया 2 लाख: फ्री,66

11A. स्कूल के बच्चों से लाइब्रेरी फीस: 1000, फ्री एंट्री 66

12. लाइब्रेरी फीस स्कूल स्टूडेंट्स के अलावा अन्य से 1 लाख: पब्लिक लाइब्रेरी की रिसिप्ट, एंट्री 50, में टैक्स फ्री,

12A. स्कूल के बच्चों से समर कैम्प फीस- स्पोर्ट्स, डांस, ड्रामा 10 हजार: फ्री, 66

13 स्कूल के अलावा अन्य बच्चों से समर कैम्प फीस स्पोर्ट्स + आर्ट, डांस व ड्रामा 1लाख: फ्री, एंट्री 80 में ( अगर स्कूल का ट्रस्ट 12AA में रजिस्टर्ड है, अन्यथा टैक्सेबल)

14. स्कूल ने विजिलेंट सिक्योरटी एजेंसी को सिक्योरटी गार्ड सप्लाई का ठेका दे रखा है, जिसका 50 हजार रुपये प्रति माह है। क्या विजिलेंट सिक्योरिटी एजेंसी स्कूल से अपनी सिक्योरटी सर्विसेज सप्लाई की इनवॉइस में जीएसटी चार्ज करेगी? : नहीं क्योंकि एंट्री 66 में एजुकेशनल इंस्टिट्यूट को दी जाने वाली 5 कैटेगरी की सर्विसेज कर मुक्त हैं जैसे ट्रांसपोर्टेशन, कैटरिंग, सिक्योरटी, क्लीनिंग, हाउस कीपिंग, मैगज़ीन एंड जर्नल, एग्जाम एंड एडमिशन कंडक्ट कराने की सर्विसेज

14. सरस्वती मंदिर पर चढ़ावा: 5 हजार रुपए : No Supply at all, 7(1)(a)

15. कैंटीन किराया, 36हजार, टैक्सेबल

16. बुक शॉप किराया, 72 हजार, टैक्सेबल

17. ड्रेस शॉप किराया 66 हजार, टैक्सेबल

18. विद्यालय को रन करने वाली समिति की वार्षिक सदस्यता शुल्क: मेरी राय में टैक्स फ्री। बाकी अडवांस रुलिंग्स की लाइट में डिटेल्ड डिस्कशन के लिए लास्ट केस स्टडी नम्बर 6 को देखें।

केस 2.

एक रिलिजियस ट्रस्ट जो धारा 12AA में रजिस्टर्ड है, उस ट्रस्ट के इनकम एंड एक्सपेंडिचर एकाउंट में इनकम साइड में निम्नलिखित हेड हैं:-

1. मंदिर में चढ़ावा 20 लाख रुपए: : No Supply at all, 7(1)(a)

2. प्रसाद की बिक्री 5 लाख: जीएसटी फ्री, एंट्री 98, 2/2017

3. मंदिर के आगे श्रद्धालुओं के रेस्ट करने के लिए पांडाल के निर्माण के लिए डोनेशन 70 लाख: No Supply at all, 7(1)(a)

4. मंदिर कंपाउंड में दुकानों से किराया 5 दुकानों का 5 हजार रुपये प्रति माह। 5 दुकानों का 25 हजार रुपए प्रति माह।

10 हजार से कम प्रति दुकान, टैक्स फ्री। ऊपर वाला किराया टैक्सेबल। एंट्री 13

5. भंडारे के समय मंदिर के पास 10 होटल में 500 कमरों की व्यबस्था 2 दिन के लिए किसी कॉरपोरेट द्वारा की गई। जिसका किराया 10 लाख रुपए हुआ। जिसमें 500 परिवार रुके। जो ट्रस्ट द्वारा आयोजित 501 कुंडीय यज्ञ में भाग लेने के लिए आए थे।: No Supply at all, 7(1)(a), voluntry डोनेशन मानते हुए।

6. धार्मिक बुक्स बिक्री 5 लाख: जीएसटी फ्री, 119, 2/2017

7. मंदिर के कंपाउंड वाल के बाहर 100 बीघा कृषि भूमि को किराए पर देने से किराया 50 लाख रुपए। जिसमें भंडारे के समय बच्चों के झूले व पार्किंग व्यवस्था थी।: टैक्सेबल

8. कृषि भूमि में अपने आप उगे पेड़ो की छोटी- छोटी टहनियां, कैटल फीड, के रूप में नीलामी से आय 2 लाख : टैक्स फ्री एंट्री नम्बर 34, 2/2017( एग्रीकल्चर का कोई बेनिफिट नहीं)

9. कृषि भूमि में काजू बेचने से आय 3 लाख: टैक्सेबल। RCM में भी कवर नहीं होगा, क्योंकि RCM के लिए सप्लायर agriculturist होना चाहिए (जीएसटी में agriculturist सिर्फ individual या HUF ही हो सकता है ट्रस्ट नहीं) व रेसिपीएन्ट रजिस्टर्ड पर्सन। फारवर्ड चार्ज में देना होगा।

10 (i)मंदिर कम्पाउंड में रूम रेंट 5 रूम× 500 रुपये प्रतिदिन×50 दिन= 1,25,000 रुपये।

(i)मंदिर कम्पाउंड में रूम रेंट 5 रूम× 2500 रुपये प्रतिदिन×5 दिन= 62,500 रुपये।
1हजार से कम प्रतिव्यक्ति, प्रतिदिन, टैक्स फ्री। ऊपर वाला किराया टैक्सेबल। एंट्री 13

10. झड़ूले के चढ़ावे में उतरे हुए इंसानों के बाल ऑक्शन से आय रुपये 50 हजार: जीएसटी फ्री, एंट्री 30 या 134, 2/2017

केस 3

रामसुखदास जी की 100 बीघा कृषि भूमि सालासर में स्थित है। मंदिर का रजिस्टर्ड ट्रस्ट चैत्र के मेले में धार्मिक आयोजन के लिए 1 माह के लिए किराए पर लेता है। किराया 1 करोड़ रुपए है। रामसुखदास जी की दूसरी जमीन धार्मिक जागरण के लिए किसी कॉरपोरेट को धार्मिक भंडारे के लिए 1 दिन के लिए 10 लाख रुपए में किराए पर देते हैं। रामसुखदास जी की जीएसटी की लायबिलिटी क्या होगी?

उत्तर:- टैक्सेबल हैं। लेकिन रामसुखदास जी इस जमीन को अलग से किराए पर देने की बजाय, रिलिजियस सेरेमनी आयोजन का पैकेज बनाकर देते हैं जिसमें हवन, पूजा, पंडित, भोजन , प्रसाद आदि शामिल होंगे, तो मेरे हिसाब से यह रिलिजियस सेरेमनी मानी जाएगी जो एंट्री 13, में जीएसटी मुक्त है, रिलिजियस सेरेमनी कंडक्ट सेवाएं ।

केस 4.

राजस्थान गौ सेवा संघ है। संघ गौशाला चलाता है। संघ जनता से दो तरह से फंडिंग लेता है। एक तो स्वैच्छिक चंदा। दूसरा गाय गोद देता है। गोद का सिस्टम है। कोई व्यक्ति गोद लेता है उसको बताना होता है कि वो कितनी गायों को गोद लेता है। उसको प्रति माह, प्रति गाय 5100 रुपये देने होते हैं। साल समाप्त होने पर गौशाला प्रति गाय प्रति माह औसत लागत निकालती है। गोद लेने वाले से, औसत कैलकुलेट करने के बाद, अगर औसत लागत ज्यादा आती है तो और एक्स्ट्रा डिमांड की जाती है। अगर औसत लागत कम आती है तो डिफरेंस नेक्स्ट ईयर के लिए कैर्री फारवर्ड हो जाएगा रिफंडेबल है।

गौशाला के इनकम एंड एक्सपेंडिचर एकाउंट में इनकम साइड में निम्नलिखित हेड हैं:-

1. घी की बिक्री 5 लाख: टैक्सेबल

2 दूध की बिक्री 5 लाख: जीएसटी मुक्त

3 गौमूत्र की बिक्री 5 हजार: कोई स्पेसिफिक छूट नहीं है। हमारे हिसाब से टैक्सेबल है।

4 गोबर की बिक्री 4 हजार: जीएसटी मुक्त ईंधन में/ खाद में कवर हो जाएगा।

5. कम्पोस्ट खाद की बिक्री 1 लाख: जीएसटी मुक्त, एंट्री नम्बर 108, 2/2017

6. आर्टिफिशियल ब्रीडिंग से आय 1 लाख: एंट्री 55A में जीएसटी मुक्त

7 सरकारी ग्रांट 20 लाख:No Supply at all, 7(1)(a)

8 डोनेशन 21 लाख:No Supply at all, 7(1)(a)

9 गायों को गोद देने से पुनर्भरण 4870 ×140 गाय= 6,81,800

मेरी राय में डोनेशन::No Supply at all, 7(1)(a) लेकिन अक्षय पात्र की रूलिंग के हिसाब से टैक्सेबल सप्लाई

केस 5

जयपुर का एक बहुत बड़ा थिएटर ग्रुप है, जिसने थिएटर की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाई है:-

1. थिएटर की टिकट: 500 रुपये तक टैक्स फ्री, एंट्री 81 में। ज्यादा वाली टैक्सेबल

2. ग्रुप ग्रीष्मकालीन अवकाश में थिएटर की ट्रेनिंग व कोचिंग देता है, फीस चार्ज करता है, इसके लिए समर कैम्प के चलाता है। : कितनी भी फीस लो, जीएसटी फ्री। एंट्री नम्बर 80 में।बशर्ते कि धारा 12AA में रजिस्ट्रेशन हो।

3. स्पॉन्सरशिप: टैक्सेबल, क्योंकि इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ेगा कि स्पॉन्सरशिप देने वाला CSR की लायबिलिटी पूरी करने के लिए दे रहा है या किसी और वजह से। हमें तो यह देखना है कि थिएटर ग्रुप द्वारा ब्रांड प्रोमोशन किया जा रहा है या नहीं। मेरे विचार से अगर डोनर/ स्पॉन्सर का लोगो/नाम, प्रोग्राम में हाईलाइट हो रहा है या अन्य किसी तरीके से स्पॉन्सर या csr फण्ड देने वाले द्वारा थिएटर ग्रुप की किसी एक्टिविटी को कंट्रोल/ supervision किया जा रहा है तो quid pro qo माना जाएगा और सप्लाई की डेफिनिशन में कवर हो जाएगा।

अगर स्पॉन्सरशिप करने वाला जैसे शहर का एक पंच सितारा होटल, थियेटर ग्रुप की पार्टी के लिए अपने होटल में जगह देता है, डिनर होस्ट करता है और जो आर्टिस्ट आते हैं, उनके लिए रूम्स अवेलेबल कराता है। बदले में थिएटर ग्रुप होटल को फ्री पास देता है अन्यथा जिनकीं जिनकीं, एंट्री फीस 1000 प्रति व्यक्ति है।तो यह टैक्सेबल सप्लाई है, होटल के लिए भी सप्लाई है। थिएटर ग्रुप के लिए भी टैक्सेबल सप्लाई है। वैल्यूएशन के रूल्स लगेंगे। और दोनों को जीएसटी देना पड़ेगा। यह barter of सर्विस है।

4. थिएटर ग्रुप ने एक ‘फ्रेंडशिप ग्रुप ऑफ थिएटर” बना रखा है। जिसकी वार्षिक मेम्बरशिप फीस 11000 रुपये प्रति व्यक्ति है। इस फ्रेंडशिप ग्रुप की हर महीने एक मीटिंग होती है, जिसमें मेंबर्स आर्ट, कॉमर्स कला के विभिन्न पहलुओ व प्रमोशन पर बीइंग concernd सिटीजन चर्चा करते हैं।फ्रेंडशिप ग्रुप की मेम्बरशिप टैक्स फ्री है क्योंकि 1000 रुपए प्रति माह, प्रति मेंबर्स से कम है। बशर्ते कि एंट्री 77A की शर्तें पूरी हों। अगर प्रतिमाह प्रति व्यक्ति फीस 1000 रुपये से ज्यादा होगी तो टैक्सेबल।

5. डोनेशन:No Supply at all, 7(1)(a)

6. क्लोजिंग सेरेमनी जिसमें अवार्ड फंक्शन, प्ले with म्यूजिक का टिकट 1100 प्रति कपल: टैक्सेबल क्योंकि टिकट 500 से ऊपर है। एंट्री 81 में कवर नहीं।

7. जो आर्टिस्ट परफॉर्म करेंगे उनके अपनी फीस पर जीएसटी लगेगा या नहीं। अगर किसी आर्टिस्ट की म्यूजिक/ डांस/ थिएटर की परफॉरमेंस की फीस 1.50 लाख रुपये से कम है और वह कोई ब्रांड अम्बेसडर के रूप में काम नहीं करता है एवं उसकी परफॉर्मेंस क्लासिक या फोक में कवर होती है तो जीएसटी फ्री वरना टैक्सेबल। एंट्री नम्बर 78

केस 5

सोसाइटी/ क्लब्स आदि की मेम्बरशिप:-

सबसे पहले क्लब्स की मेम्बरशिप पर आई हुई एडवांस रुलिंग्स को डिसकस करके फिर हमारी राय देंगे। एडवांस रूलिंग कई बार पृथ्मदृष्टया विरोधाभाषी भी दिखती हैं।

(i) रोटरी क्लब ऑफ मुम्बई नरीमन पॉइंट दिनांक 13/8/19
[2019] 108 टैक्समैन. कॉम 212 (AAR-Maha)
मेंबर्स की फीस टैक्सेबल सप्लाई है, जो वीकली व अन्य मीटिंग्स के लिए है उन मीटिंग्स में लाइट ब्रेकफास्ट भी होता है।

(ii) रोटरी क्लब ऑफ मुम्बई वेस्टर्न एलीट दिनांक 4/10/19
[2019] 110 टैक्समैन. कॉम 182 (AAR-Maha)
मेंबर्स की फीस एक्सेम्पट सप्लाई है, क्योंकि एडमिनिस्ट्रेटिव एक्सपेंसेज में काम आती है।

(iii) रोटरी क्लब ऑफ मुम्बई कुईन्स नेकलेस dt 30/4/19
[2019] 108 टैक्समैन. कॉम 224 (AAR-Maha)
मेंबर्स की फीस व सब्सक्रिप्शन टैक्सेबल सप्लाई है।

(iv) एसोसिएशन ऑफ इनर व्हील क्लब्स ऑफ इंडिया
[2019] 104 टैक्समैन. कॉम 87 (AAAR- WB)
वार्षिक मेम्बरशिप फीस टैक्सेबल सप्लाई है, क्योंकि एसोसिएशन सिर्फ मेम्बर्स को ही फैसिलिटी देता है।

(v) असिस्टेंट कमिश्नर, जीएसटी बनामलायंस क्लब, पुणे, दिनांक 14/8/2019, [2019] 111 टैक्समैन. कॉम 135 (AAAR- Maha)
AAAR का मूल आदेश दिनांक 23/4/2019 का था जिसमें 14/8/2019 को AAAR ने अपने पुराने आदेश में संशोधन करके रूलिंग दी कि मेम्बरशिप फीस सिर्फ एडमिनिस्ट्रेटिव एक्सपेंसेज के लिए काम आती है। मेंबर्स के लिए कंडक्ट किए जाने वाली स्किल ओरिएंटेशन वर्कशॉप/ ट्रेनिंग प्रोग्राम/ लीडरशिप प्रोग्राम आदि के लिए सेपरेट रजिस्ट्रेशन फीस ली जाती है। अतः मेम्बरशिप टैक्सेबल सप्लाई है, नहीं है।

मेरी राय:-

1. क्लब्स की मेम्बरशिप में जहाँ मेम्बरशिप के बदले कोई भी सर्विस रेंडर होती हुई दिखी है, चाहे लाइट रिफ्रेशमेंट ही क्यों न हो। वहाँ टैक्सेबल मानी है। जहां पर मेम्बरशिप के बदले मेंबर कोई कोई सर्विस रेंडर होती हुई नहीं दिखी, वहाँ मेम्बरशिप फीस को सप्लाई नहीं माना।

कुल मिलाकर निष्कर्ष निकलता है कि किसी क्लब की मेम्बरशिप की taxability देखने के लिए उस क्लब के कॉन्स्टिट्यूशन की व उसके आधार पर की जाने वाली गतिविधियों की स्क्रूटिनी करनी पड़ेगी। क्लब्स का, या एसोसिएशन का गठन सामान्यतया मेंबर्स के बेनिफिट के लिए होता। और कम से कम इनके मेंबर्स को क्लब या एसोसिएशन की मिनिमम गतिविधियों में भाग लेने का अधिकार तो मिलता ही है। कांस्टीट्यूशन्स मेंस्क्रूटिनी से यह फैक्ट सामने आता है मि मेम्बरशिप फीस के बदले मेंबर को कोई भी tangible/ intangible सर्विस डायरेक्ट/ इनडाइरेक्ट मिली है तो यह धारा 7(1)(a) में सर्विस मानी जाएगी। मेरी राय में क्लब्स व एसोसिएशन की मेम्बरशिप में कुछ न कुछ quid pro quo होता ही है। अतः यह सप्लाई है। बशर्ते कि एंट्री नम्बर 77A में जीएसटी मुक्त न हो।

2. शिक्षण संस्था/रिलिजियस ट्रस्ट/ गौशाला/NGO/NPO आदि के मेम्बर्स सिर्फ सेवा भाव से आते हैं। उनके संविधान के हिसाब से भी मेम्बर्स को डायरेक्ट/इनडाइरेक्ट बेनिफिट लेना मना है। नैतिक रूप से भी मना है। व इनकम टैक्स के नियम भी बहुत स्ट्रिक्ट हैं। सिर्फ मीटिंगों में भाग लेने और अपने विचार रखने का ही एकमात्र अधिकार होता है। बाकी तो मेंबर्स के कर्तव्य ही ज्यादा होते हैं। इसलिए मेरी राय में ट्रस्ट की मेम्बरशिप फीस टैक्सेबल सप्लाई नहीं है। फिर भी अगर कहीं लेश मात्र भी मेंबर को सर्विस का कंटेंट होगा, मेम्बरशिप फीस के बदले, तो टैक्सेबल सप्लाई मानी जाएगी।

धन्यवाद व कृतज्ञता:-

केस स्टडीज तैयार कराने में विशेष सहयोग सीए पुलकित खंडेलवाल, जयपुर का रहा। उसके अलावा बोध शिक्षा समिति का। जिसके साथ वर्षों से मेरा अनन्य जुड़ाव रहा। जिससे मैंने अनकंडीशनल लव व करुणा के बारे में जाना और महसूस किया। इनका मैं बहुत आभारी हूँ। इसके अलावा अन्य सामाजिक, धार्मिक व चैरिटेबल संस्थाओं का भी आभारी हूँ जिनसे मुझे ट्रस्ट की गतिविधियों को ठीक से समझने की दृष्टि मिली।

डिस्क्लेमर:-

इन केस स्टडीज में लॉ का interptretation हमारी समझ से किया है, जो प्रतीकात्मक है। फैक्ट्स, समय, परिस्थिति, न्यायिक निर्णयों, एडवांस रूलिंग, विभन्न इंटरप्रेटेशन सम्भव है। इसलिए अपने केस पर लॉ की ऍप्लिकेबिलिटी, अपने अनुसार examine करें

Profile photo of CA Raghuveer Poonia CA Raghuveer Poonia

Jaipur, India

Since 1995, He is handling all aspects of trust- income-tax registration u/s 12A, 80G, 10 (23C), compliance work, FCRA, foreign grants, NITI Ayog registration, Auditing, due diligence of channel partners, GST on NGOs, Income Tax scrutiny related to NGO/NPO and Social Service Organisation (Society/Trust/section 8/25 of companies act). This is the core area of practice and he has been handling the most complex cases pertaining to the above aspects. He is handling litigation /cases/matters related to income tax, before the Assessing Officer, CIT Appeals, ITAT across India. He is handling litigation /cases/matters related to GST, before adjudicating authority, Commissioner (Appeals) across India. He provides consultancy and opinions on income tax and GST matters for corporates and B2B. He is a regular panelist on TV debates as an expert in the matters of economy, taxation, Income Tax, GST, etc. He is a regular blogger and avid contributor on Income Tax, GST, and current economic issues. He also, handle issues related to ED investigation under PMLA. He also handles matters before NCLT regarding IBC and Company Law. He is a regular speaker in seminars/webinars. He has developed a new passion to be a YouTuber on the core matters mentioned above.

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