जीएसटी कानून से जुडी समस्याओं को लेकर एक ज्ञापन
विषय:- जीएसटी कर कानूनों के पालन करने में आम करदाता को आने िाली परेशाननयों को हल करने हेतु ज्ञापन .
आपके कुशल नेतत्ृि में जीएसटी भारत में अब चार िर्ष पूरे कर चुका है और अब यह तय है कक जीएसटी भारत िर्ष में लगातार जारी रहने िाला है और इसे अब ककसी भी िैकल्ल्पक व्यिस्था से बदला नहीं जा सकता है इसललए भारत के करदाताओं को अब इस कर के साथ ही अपना व्यापार करना होगा.
महोदया , कुछ छोटे देशों के उदहारण ददए जाते हैंकक एक बार जीएसटी लगाने के बाद उसे हटा ललए गया लेककन भारत जैसे विशाल देश में सरकार और करदाता की सल्ममललत प्रयासों के साथ ल्जस कर को लागू ककया गया था उसका जारी रहना और सफलता पूिकष जारी रहना भारत की अथव्ष यिस्था के ललए ना लसफष जरुरी है बल्ल्क इसके विकास के ललए उत्तरोत्तर विकास का मागष भी प्रशस्त करेगा. भारत सरकार और विशेर् तौर से वित्तमंत्री के रूप में आपके प्रयास ना लसफष सराहनीय है बल्ल्क प्रशंसा के योग्य भी है . इन प्रयासों से ललए आपका
हाददषक अलभिादन और अलभनन्दन .
जीएसटी एक बड़ा और महत्िकांक्षी कर पररितषन था और प्रारल्मभक अिस्था में समस्याएं आना स्िाभाविक भी था . जीएसटी नेटिकष प्रारमभ से एक समस्या बना हुआ था लेककन इस समय इस नेटिकष से समस्याएं और लशकायतें बहुत ही कम हो गई हैं और इसके आपका मंत्रालय और संबंधित पक्ष ल्जसमें सेिा प्रदाता भी शालमल है हाददषक बिाई के पात्र है .
माननीय महोदया , यदद जीएसटी से जुडी कुछ अन्य समस्याए गंभीरता पूिकष विचार करते हुए हल कर दी जाए तो ना लसफष करदाताओं को इस कर के पालन करने में आसानी रहेगी बल्ल्क अथष व्यिस्था के विकास में भी यह कर अपनी महत्ती भूलमका अदा कर सकेगा.
इस पत्र के साथ हम आपको जीएसटी से जुडी हुई ननमनललखित समस्याएं बता रहें हैं ल्जनका हल यदद हो जाए तो व्यापारी िगष , प्रोफे शनल्स और देश का करदाता आपका आभारी रहेगा :-