Nil की रिटर्न
Nil की रिटर्न
मेरा पिछले दिनों के कुछ अनुभव साझा कर रहा हूँ। हमारे बहुत से क्लाइंट्स के पेनल्टी लग गई। किसी के जीएसटी की रिटर्न न फ़ाइल करने की, किसी के टीडीएस की रिटर्न टाइम पर न फ़ाइल करने की, किसी के एलएलपी की रिटर्न टाइम पर न फ़ाइल करने की, किसी के कम्पनी की roc की रिटर्न टाइम पर न फ़ाइल करने की आदि।
वे क्लाइंट हम से झगड़ा करते हैं और कहते हैं हमने तो सिर्फ रजिस्ट्रेशन कराया था, नम्बर लिया था। कोई काम थोड़े ही ना किया था, कोई टैक्स थोड़े ही बनता था। फिर पेनल्टी किस बात की। कुछ लोग कहते हैं रिटर्न फ़ाइल करना तो सीए का काम है।
ऐसे में मैं ऐसा समझता हूं अगर आपने कोई जीएसटी नम्बर लिया है, कोई कम्पनी या एलएलपी रजिस्टर कराई है, या टीडीएस नम्बर लिया है तो नियमित रिटर्न भरें। सीए के भरोसे नहीं रहें। due डेट स्वयं याद रखें। इस समय सीए लोग बहुत टेंशन में, दबाव में व व्यस्त हैं। इसलिए सवारी अपने सामान की स्वयं जिम्मेदार है कि तर्ज पर अपनी रिटर्न फाइलिंग का ध्यान रखें।
पेनल्टी से बचें। क्योंकि पेनल्टी आपके लगेगी, सीए के नहीं। बस आपके सीए से संबंध खराब होंगे।
समय बदल गया है। कोई रिटर्न समय पर दाखिल नहीं होगी तो प्रतिदिन की पेनल्टी लगेगी। सीए कभी याद दिला देगा, कभी याद नहीं दिला पाएगा। प्रतिदिन की पेनल्टी में अगर फाइलिंग करना भूल गए तो फिर भगवान ही मालिक है। सरकार तो छोड़ेगी नहीं। चाहे आपने कोई काम किया है या नहीं।
अगर आपने रजिस्ट्रेशन करा लिया या नम्बर ले लिए तथा फिलहाल आपको काम नहीं करना तो नम्बर केंसिल कराएं, रजिस्ट्रेशन सरेंडर करें।
धन्यवाद।
सीए रघुवीर पूनिया
9314507298